PM Kisan Yojana में नया फ्रॉड: सावधानी न बरती तो खाता हो सकता है खाली

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसके तहत देश के छोटे और सीमांत किसानों को हर साल 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। यह राशि तीन किस्तों में 2,000 रुपये के रूप में सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है। हालांकि, जहां यह योजना लाखों किसानों के लिए वरदान साबित हुई है, वहीं साइबर अपराधी इस योजना के नाम पर नई ठगी की साजिश रच रहे हैं। हाल ही में सामने आई खबरों के अनुसार, एक नया फ्रॉड सामने आया है, जिसके कारण किसानों का बैंक खाता खाली हो सकता है।

नया फ्रॉड क्या है?

साइबर अपराधी PM Kisan Yojana के नाम पर फर्जी मैसेज, कॉल, और व्हाट्सएप लिंक भेज रहे हैं। ये ठग किसानों को लुभाने के लिए झूठे दावे करते हैं, जैसे कि “19वीं किस्त तुरंत प्राप्त करें” या “KYC अपडेट करें वरना किस्त रुक जाएगी”। इन मैसेज में दिए गए लिंक पर क्लिक करने से फर्जी वेबसाइट या ऐप डाउनलोड हो जाता है, जो फोन को हैक कर सकता है और बैंक खाते से पैसे उड़ा सकता है। कुछ मामलों में, ठग फोन कॉल के जरिए व्यक्तिगत जानकारी जैसे आधार नंबर, बैंक खाता विवरण, या OTP मांगते हैं, जिसका दुरुपयोग कर खाते से पैसे निकाले जा रहे हैं।

चेतावनी: PM Kisan Yojana की आधिकारिक वेबसाइट केवल https://pmkisan.gov.in है। कोई भी लिंक या ऐप डाउनलोड करने से पहले उसकी प्रामाणिकता जांच लें।

कैसे बचें इस फ्रॉड से?

इस तरह की ठगी से बचने के लिए किसानों को सतर्क और जागरूक रहना बेहद जरूरी है। नीचे कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं, जो आपको सुरक्षित रखने में मदद करेंगे:

  • अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें: व्हाट्सएप, SMS, या ईमेल के जरिए आने वाले किसी भी लिंक पर क्लिक करने से बचें, खासकर अगर वह PM Kisan Yojana से संबंधित हो।
  • आधिकारिक वेबसाइट और ऐप का उपयोग करें: योजना से संबंधित किसी भी अपडेट या KYC के लिए केवल आधिकारिक वेबसाइट (https://pmkisan.gov.in) या Google Play Store से PM Kisan ऐप डाउनलोड करें।
  • व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें: कभी भी अपने आधार नंबर, बैंक खाता विवरण, या OTP को फोन कॉल, मैसेज, या किसी वेबसाइट पर साझा न करें।
  • मोबाइल नंबर अपडेट रखें: सुनिश्चित करें कि आपका मोबाइल नंबर PM Kisan पोर्टल पर अपडेट है, ताकि सभी आधिकारिक सूचनाएं आपको SMS के जरिए मिल सकें।
  • स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करें: किसी भी संदेह के मामले में नजदीकी CSC (Common Service Center) या कृषि कार्यालय से संपर्क करें।

PM Kisan Yojana की वर्तमान स्थिति

PM Kisan Yojana की 18वीं किस्त अक्टूबर 2024 में जारी की गई थी, और 19वीं किस्त फरवरी 2025 में आने की संभावना है। सरकार ने नए नियम लागू किए हैं, जिनके तहत केवल वही किसान लाभ पा सकेंगे, जिनके पास जमीन का मालिकाना हक है और जिन्होंने e-KYC, आधार लिंकिंग, और भूलेख सत्यापन पूरा कर लिया है। इन प्रक्रियाओं को समय पर पूरा करना जरूरी है, ताकि किस्त में कोई रुकावट न आए। हालांकि, इन प्रक्रियाओं के नाम पर ठग किसानों को गुमराह कर रहे हैं।

पिछले घोटालों से सबक

PM Kisan Yojana के नाम पर पहले भी कई बड़े घोटाले सामने आ चुके हैं। उदाहरण के लिए, तमिलनाडु में 5.5 लाख अपात्र लोगों के खातों में 110 करोड़ रुपये गलत तरीके से ट्रांसफर किए गए थे, जिनमें से केवल 32 करोड़ रुपये ही वसूले जा सके। असम में भी फर्जी आधार कार्ड और एक व्यक्ति द्वारा कई बैंक खातों का उपयोग कर योजना का दुरुपयोग किया गया। ये घटनाएं दर्शाती हैं कि साइबर अपराधी सरकारी योजनाओं का फायदा उठाने के लिए कितने सुनियोजित तरीके अपनाते हैं।

क्या करें अगर ठगी का शिकार हो जाएं?

यदि आप ठगी का शिकार हो जाते हैं, तो तुरंत निम्नलिखित कदम उठाएं:

  • नजदीकी पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करें।
  • साइबर क्राइम पोर्टल (https://cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करें।
  • अपने बैंक से संपर्क कर खाते को फ्रीज करें और संदिग्ध लेनदेन की जानकारी दें।
  • PM Kisan हेल्पलाइन नंबर (155261 या 011-24300606) पर संपर्क करें।

सावधानी के उपाय

किसानों को इस प्रकार के घोटालों से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:

  1. आधिकारिक माध्यमों पर भरोसा करें: पीएम किसान योजना से संबंधित सभी अपडेट केवल आधिकारिक वेबसाइट (pmkisan.gov.in) या सरकारी सूचना माध्यमों से ही प्राप्त करें।
  2. व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षित रखें: किसी भी अज्ञात व्यक्ति या संस्था को अपनी बैंक खाता विवरण, आधार नंबर, मोबाइल नंबर या ओटीपी नहीं बताएं।
  3. शुल्क का भुगतान न करें: पीएम किसान योजना के तहत किसी भी प्रकार का रजिस्ट्रेशन शुल्क या प्रोसेसिंग फीस नहीं ली जाती है। अगर कोई ऐसा शुल्क मांगता है, तो यह धोखाधड़ी का संकेत है।
  4. संदिग्ध लिंक्स से बचें: अनजान व्यक्तियों द्वारा भेजे गए लिंक्स पर क्लिक न करें और न ही कोई ऐप डाउनलोड करें।
  5. सत्यापन करें: किसी भी संदेश या कॉल की प्रामाणिकता की जांच के लिए पीएम किसान हेल्पलाइन नंबर (155261) या अपने क्षेत्र के कृषि अधिकारी से संपर्क करें।

सरकारी प्रतिक्रिया और कार्रवाई

इस बढ़ते घोटाले को देखते हुए कृषि मंत्रालय ने किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी है। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, “पीएम किसान योजना में किसी भी प्रकार का अपडेट या भुगतान केवल आधिकारिक चैनलों के माध्यम से ही किया जाता है। हम किसानों से अपील करते हैं कि वे अफवाहों और धोखाधड़ी से सावधान रहें।”

सरकार ने राज्य और जिला स्तर पर विशेष जागरूकता अभियान भी शुरू किया है। इसके अलावा, पुलिस विभाग और साइबर सेल को भी ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

पीएम किसान योजना की वर्तमान स्थिति

वर्तमान में, पीएम किसान योजना के तहत लगभग 11 करोड़ किसान पंजीकृत हैं। योजना की 15वीं किस्त फरवरी 2025 में जारी की गई थी, और 16वीं किस्त मई-जून 2025 में जारी किए जाने की संभावना है।

किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपना स्टेटस जांचने के लिए केवल आधिकारिक वेबसाइट का उपयोग करें और पंजीकरण या अपडेट से संबंधित किसी भी समस्या के लिए अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र या कॉमन सर्विस सेंटर से संपर्क करें।

निष्कर्ष

PM Kisan Yojana किसानों के लिए आर्थिक सहायता का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, लेकिन इसके नाम पर हो रही ठगी चिंता का विषय है। साइबर अपराधी नई-नई तरकीबों से किसानों को निशाना बना रहे हैं। इसलिए, किसानों को जागरूक और सतर्क रहना होगा। किसी भी संदिग्ध मैसेज, कॉल, या लिंक से बचें और केवल आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें। सरकार और किसानों के संयुक्त प्रयासों से इस तरह की ठगी को रोका जा सकता है, ताकि योजना का लाभ सही लाभार्थियों तक पहुंचे।

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